Real Story - Part IV

दोस्तों ये कहानी का चौथा पार्ट है अगर आपलोगो ने पहले तीन पार्ट नहीं पढ़े है तो सबसे पहले आप उस पार्ट को पढ़िए। मैं अपने वेबसाइट का लिंक निचे दे दूंगा आप उसपर क्लिक कर के पढ़ सकते है। अगर ये कहानी आपलोगो को अच्छी लगे तो इसे शेयर करना ना भूले। स्कूल का दूसरा दिन, रोज की तरह वो तैयार होकर स्कूल के लिए निकला, स्कूल पहुंचते ही वह अपनी बैठने की जगह खोज के बैठ गया। स्कूल में यह नियम था की हर बच्चो को अलग अलग दिन क्लास की सफाई करनी पड़ती थी। सफाई करने के बाद प्रार्थना किया जाता था जिसमे से कुछ बच्चे आगे जा के प्रार्थना बोलते और दूसरे बच्चे उसको दोहराते। ये तो सब जानते है की स्कूल के सुरुआती दिनों में किसी भी बच्चे का मन नहीं करता स्कूल जाने को जबतक पापा से पिटाई नहीं खाई तब तक जाने को मन नहीं करता। 😅😅😅😅 पढाई सुरु हुई और आप समझ सकते है की जिस क्लास में पहली कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा के बच्चे हो तो पढ़ाई कम और आवाज ज्यादा होती है तो वहा भी यही हाल था। शिक्षक हमें पढ़ाते और हम सब दोहराते मगर दिक्कत ये थी की पहली से लेकर आठवीं तक को एक ही चीज पढाई ...