Real Story - Part VII

दोस्तों यह कहानी का सातवा पार्ट है अगर आपलोगो ने पहले के पार्ट नहीं देखें है तो मैं अपने वेबसाइट का लिंक कहानी के अंत में दे दूंगा। आप उस लिंक पर क्लिक कर के मेरे सारे ब्लोग्स के आर्टिकल पढ़ सकते है। दोस्तों अगर ये कहानी आपलोगो को अच्छी लगे तो मेरे ब्लॉग को फॉलो करना ना भूले। समय बीतता गया और समय के साथ उसका पढाई करने की इक्षा कम होती गयी। वो लड़का स्कूल आता और जैसे ही अटेंडेंस होती वह स्कूल से निकल जाता और अपने दोस्तों के साथ नदी में नहाने और घूमने चला जाता था। Playing in River जब लंच का समय होता तो वो और उसके दोस्त स्कूल में आते और खाना खा के फिर से खेलने निकल जाते थे। शाम होते ही वो लोग आ जाते थे और स्कूल की छुट्टी होती और वो लोग अपने अपने घर चले जाते थे। उस स्कूल के अधिकतर बच्चे ऐसे ही करते थे और शिक्षक भी कुछ नहीं बोलते थे क्युकी उनको भी आराम करने का समय मिल जाता था। उस स्कूल के ज्यादातर बच्चे छोटे से उम्र से ही काम करते थे स्कूल तो सिर्फ बहाना था खाने का और सरकार के तरफ से जो भी पैसे या कपड़े मिलते थे उसे लेने का। इस लड़के का एक दोस्त था जो स्कूल...